सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जुलाई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

FollowLike - Social Exchange Networking

FollowLike - Social Exchange Networking

कैंसर, सिरदर्द और सर्वाइकल से छुटकारा – एक चमत्कारी समाधान

  🔴 1. क्या आप थक चुके हैं इलाज कराते-कराते? आज लाखों लोग कैंसर, सिरदर्द (headache) और गर्दन दर्द (cervical) जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। दवाएं लीं, डॉक्टर बदले, इलाज करवाए – लेकिन न कोई राहत मिली, न शांति। हो सकता है आप खुद या आपका कोई प्रियजन इन हालातों से गुज़र रहा हो: कैंसर की कीमोथेरेपी के बावजूद शरीर में कमजोरी और दर्द पुराना सिरदर्द जो दवाओं से भी कम न हो सर्वाइकल की वजह से गर्दन, पीठ और कंधों में लगातार खिंचाव और थकान रिपोर्ट्स बार-बार खराब आ रही हों डॉक्टर कह चुके हों: "अब बस दवा लेते रहिए, चमत्कार की उम्मीद छोड़ दीजिए" 👉 तो अब अगला कदम क्या है? ✝️ 2. जब दवाएं काम न करें, तो परमेश्वर करता है चमत्कार दुनियावी इलाज ज़रूरी हैं। लेकिन जब डॉक्टर भी हाथ खड़े कर दें — तो एक आत्मिक हस्तक्षेप की जरूरत होती है। सुखपाल राणा मिनिस्ट्री ऐसी हज़ारों गवाहियों की साक्षी रही है, जहाँ कैंसर, सिरदर्द, और सर्वाइकल जैसी बीमारियों से पीड़ित लोग परमेश्वर की चंगाई से पूर्ण स्वस्थ हुए हैं। 📖 बाइबल में लिखा है — "मैं वह प्रभु हूँ जो तुझे चंगा करता...

एक फैमिली की गवाही: सुखपाल राणा मिनिस्ट्री की चमत्कारी आशीष

 आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी फैमिली की जिसने अंधेरे से उजाले तक का सफर तय किया। यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि एक साक्षात चमत्कार है – यह गवाही है कि कैसे परमेश्वर की शक्ति और सुखपाल राणा मिनिस्ट्री की सेवा ने एक पूरी फैमिली को शैतान के चंगुल से आज़ाद कर दिया और उन्हें आशीषों की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। शुरुआत – शैतान का हमला और जीवन की तबाही इस कहानी की शुरुआत होती है एक पंजाबी फैमिली से, जिनकी बेटी राजविंद्र कौर और तीन बेटे थे। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट चुका था – बेटी बुरी आत्माओं से जकड़ी हुई थी, बेटे ड्रग्स में डूबे हुए थे और नौ एकड़ जमीन बिक चुकी थी। राजविंद्र पर शैतान ने ऐसा हमला किया कि वह चल-फिर भी नहीं सकती थी। शरीर पर बुरा असर था, टिकट होते हुए भी वह विदेश नहीं जा पाई। उसके शरीर में बुरी आत्माएं हावी थीं। परिवार ने कई तांत्रिक, बाबा और दरबारों के चक्कर लगाए, पैसे खर्चे लेकिन कोई राहत नहीं मिली। 👉 ऐसी गवाहियां और अद्भुत चंगाइयों के लिए पढ़ें: कैंसर से चमत्कारिक चंगाई सुखपाल राणा मिनिस्ट्री से जुड़ाव – नया मोड़ फिर वह दिन आया जब यह परिवार सुखपाल राणा मिनिस्ट्री ...

चमत्कार की भूमि पर स्वागत है – यीशु मसीह के नाम से बदलती ज़िंदगियाँ (Sukhpal Rana Ministry Healing Testimonies)

✝️ चमत्कार की भूमि पर स्वागत है – यीशु मसीह के नाम से बदलती ज़िंदगियाँ परमेश्वर अभी भी चमत्कार करता है – और ये गवाहियाँ उसी जीवित परमेश्वर की महिमा को दर्शाती हैं। 👉 यदि आप कैंसर जैसी असाध्य बीमारी से चंगाई की कहानी पढ़ना चाहते हैं, तो इस अद्भुत गवाही को पढ़ें । 🙏 मनोज की गवाही – पांच साल की रीढ़ की समस्या से छुटकारा मनोज हसदा, झारखंड से एक सेवक हैं, जो प्रभु के लिए 50 से अधिक परिवारों को जोड़ चुके हैं। लेकिन खुद रीढ़ की हड्डी (L4, L5, S1) की गंभीर समस्या से पीड़ित थे। यूरिन रुक जाता था, नसें बंद थीं, डॉक्टर ऑपरेशन की सलाह दे चुके थे। जब उन्होंने Sukhpal Rana Ministry की Thursday Meeting में भाग लिया, तो यीशु मसीह के नाम से वह पूरी तरह चंगाई प्राप्त कर चुके थे । जो चल नहीं सकता था, वो अब दौड़ रहा है। ➤ रीढ़ की हड्डी की चमत्कारिक चंगाई पढ़ें 👵 मनोज की 80 वर्षीय मां – बुढ़ापे में भी चंगाई संभव है तीन सालों से बहते कान, शुगर, हार्ट की बीमारी और घुटनों के दर्द से जूझ रही एक वृद्ध महिला, जब अपने बेटे की चंगाई देखती हैं, तो विश्वास में बढ़ती हैं। परिणाम? शुगर की गोली बंद, कानों की...

एक युवती की आश्चर्यजनक चंगाई: शैतानी प्रभाव से लेकर परमेश्वर की कृपा तक की यात्रा

एक युवती की आश्चर्यजनक चंगाई: शैतानी प्रभाव से लेकर परमेश्वर की कृपा तक की यात्रा यह कहानी बिहार की एक सिस्टर रिंकी की है, जिसने 11 साल की उम्र से लेकर 17 साल की उम्र तक शारीरिक, मानसिक और आत्मिक यातना सही। शैतानी आत्माओं का असर, पारिवारिक गरीबी, पिता की मृत्यु, मां की गंभीर बीमारी — इन सबने इस परिवार को तोड़ दिया। लेकिन प्रभु यीशु मसीह की सच्ची शिक्षा और सुखपाल राणा मिनिस्ट्री के द्वारा किए गए layhand (हाथ रखकर प्रार्थना) से उन्हें पूरी चंगाई मिली। पढ़ें यह प्रेरणादायक गवाही। 1️⃣ बचपन से शुरू हुई पीड़ा रिंकी मात्र 11 साल की थी जब उसके शरीर में अत्यधिक जलन और बेचैनी महसूस होने लगी। हालत इतनी बिगड़ गई कि वह कई बार कपड़े पहनना भी असहज महसूस करती थी। परिवार ने तांत्रिकों और हवन-पूजन में सब कुछ आज़माया, लेकिन राहत नहीं मिली। 2️⃣ शैतानी आत्माओं का प्रभाव और पारिवारिक त्रासदी रिंकी के पिता को हार्ट अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई। मां की भी तबीयत बिगड़ी और उनके दिल ने काम करना लगभग बंद कर दिया। बहनों पर भी बुरे आत्माओं का प्रभाव दिखने लगा। घर में ग...

एक युवती की आश्चर्यजनक चंगाई: शैतानी प्रभाव से लेकर परमेश्वर की कृपा तक की यात्रा

यह कहानी बिहार की एक सिस्टर रिंकी की है, जिसने 11 साल की उम्र से लेकर 17 साल की उम्र तक शारीरिक, मानसिक और आत्मिक यातना सही। शैतानी आत्माओं का असर, पारिवारिक गरीबी, पिता की मृत्यु, मां की गंभीर बीमारी — इन सबने इस परिवार को तोड़ दिया। लेकिन प्रभु यीशु मसीह की सच्ची शिक्षा और सुखपाल राणा मिनिस्ट्री के द्वारा किए गए layhand (हाथ रखकर प्रार्थना) से उन्हें पूरी चंगाई मिली। पढ़ें यह प्रेरणादायक गवाही। 1️⃣ बचपन से शुरू हुई पीड़ा रिंकी मात्र 11 साल की थी जब उसके शरीर में अत्यधिक जलन और बेचैनी महसूस होने लगी। हालत इतनी बिगड़ गई कि वह कई बार कपड़े पहनना भी असहज महसूस करती थी। परिवार ने तांत्रिकों और हवन-पूजन में सब कुछ आज़माया, लेकिन राहत नहीं मिली। 2️⃣ शैतानी आत्माओं का प्रभाव और पारिवारिक त्रासदी रिंकी के पिता को हार्ट अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई। मां की भी तबीयत बिगड़ी और उनके दिल ने काम करना लगभग बंद कर दिया। बहनों पर भी बुरे आत्माओं का प्रभाव दिखने लगा। घर में गरीबी और मानसिक तनाव लगातार बढ़ता गया। 3️⃣ मसीही विश्वास की ओर पहला कदम 2024 में किसी के द्वारा रिंकी को प्रभु यीशु मसीह के बा...